दोस्तों, अगर आप History path yojna ढूंढ रहे हैं तो आपने सही पोस्ट पर CLICK किया है क्योंकि आपको यहां इतिहास पाठ योजना जिसका प्रकरण:– ”18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों का संघर्ष” को बताया गया है।
साथ ही इसे PDF Formate में डाउनलोड करने की सुविधा भी दी गई है।
lesson plan of history in hindi
विद्यालय का नाम –
दिनांक:- विषय – इतिहास कालांश - ll
कक्षा:- प्रकरण – ‘’18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों का संघर्ष’’ समयावधि – 30 मिनट
शिक्षण उद्देश्य अपेक्षित व्यवहारगत परिवर्तन
ज्ञानात्मक o विद्यार्थी 18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों के संघर्ष का प्रत्यास्मरण कर सकेंगे।
o विद्यार्थी 18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों के संघर्ष का प्रत्याभिज्ञान कर सकेंगे।
अवबोध o विद्यार्थी 18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों की राजनीतिक शक्तियों के संघर्षों में अन्तर स्पष्ट कर सकेंगे।
o विद्यार्थी 18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों की राजनीतिक शक्तियों के संघर्ष की व्याख्या कर सकेंगे।
ज्ञानोपयोग o विद्यार्थी 18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों के संघर्ष से प्राप्त जानकारी को अपने दैनिक जीवन में उपयोग कर सकेंगे।
o विद्यार्थी 18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों के संघर्ष का सामान्यीकरण कर सकेंगे।
कौशल o विद्यार्थी 18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों को भारत के मानचित्र में अंकित करने की कुशलता का विकास कर सकेंगे।
o विद्यार्थी 18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों के संघर्ष से संबंधित गतिविधियों का सारणीयन कर सकेंगे।
अभिरुचि o विद्यार्थी 18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों के संघर्ष का अध्ययन करने में रुचि ले सकेंगे।
o विद्यार्थी 18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों के संघर्ष से संबंधित घटनाओं पर वार्तालाप करने में रुचि पैदा कर सकेंगे।
अभिवृति o विद्यार्थी 18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों के संघर्ष के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण का विकास विकसित कर सकेंगे।
o विद्यार्थी 18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों के संघर्ष के प्रति समीक्षात्मक दृष्टिकोण का दायित्व निभा सकेंगे।
शिक्षण विधि एवं प्रविधि – व्याख्या एवं प्रदर्शन विधि व प्रश्नोतर प्रविधि
सहायक सामग्री – चित्र,लफेट फलक,चाक,डस्टर व अन्य कक्षा उपयोगी सामग्री
पूर्वज्ञान –विद्यार्थी “18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों का संघर्ष” के बारे में सामान्य जानकारी रखते हैं |
प्रस्तावना प्रश्न :–
अध्यापक क्रिया छात्र क्रिया
अकबर के लोकप्रिय होने का मुख्य कारण क्या था ? सभी धर्मों का आदर करना
कौनसा मुगल सम्राट धार्मिक रूप से अनुदार था ? औरंगजेब
औरंगजेब की अनुदार नीति का मुगल साम्राज्य पर क्या प्रभाव पड़ा? मुगल साम्राज्य का पतन हुआ
मुगल साम्राज्य के पतन के पश्चात् भारत में मुख्यतः किन शक्तियों का उदय हुआ ? हैदराबाद, अवध, मराठा, जाट
इन शक्तियों का उदय किस सदी में हुआ ? 18वीं सदी में
18वीं सदी में मराठों, सिक्खों एवं जाटों के संघर्ष के बारे में आप क्या जानते हैं ? विध्यार्थी उत्तर देने का प्रयास करेंगे
उद्देश्य कथन – विद्यार्थियों! आज हम ‘18वीं शताब्दी में मराठों, सिक्खों तथा जाटों का संघर्ष’ के विषय में विस्तारपूर्वक अध्ययन करेंगे |
प्रस्तुतिकरण:-
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